Index Fund India| इंडेक्स फंड क्या हैं और इसमें इन्वेस्ट कैसे करे।Best Index Fund investment।
Index fund india में दोस्तो अगर आपको सच मच अमीर बन ना हैं और Financial Freedom हासिल करना हैं तो उसके लिए सबसे आसान तरीका चुन ना है तो आपको ये तीन चीज़े अच्छे से पता होनी चाहिए।
•Power of compounding (कंपाउंडिंग की ताकत)
•Magic of index fund (इंडेक्स फंड की जादू) जो आज हम जानेंगे।
•Magic of SIP (systematic investment plan) (एस आई पी की जादू)
ये तीनों चीज मिलकर एक साथ मिलकर एक जादू की तरह काम करती हैं लेकिन जब तक आप इन तीनों चीजों को गहराई से समझ न लो तब तक आपको इसे फॉलो करने में मजा नहीं आएगा क्युकी बहुत लोगो को पता होता है। करना क्या हैं लेकिन फिर भी लोग इसकी फायदा नही उठा पाते क्युकी वो उस तरीके पर विश्वास नहीं करते ।ये ब्लॉग में हमलोग इंडेक्स फंड के बारे में सब चीज सीखेंगे जिसे एक नॉन फाइनेंस बैकग्राउंड के भी लोग समझ पाएंगे ।
इंडेक्स क्या होती हैं?
दोस्तो जब भी हम सुनते ही स्टॉक मार्केट आज एक परसेंट ऊपर गया या नीचे गया तो असल में हम स्टॉक्स की नही बालिक उसके इंडेक्स के बारे मैं बात करतें हैं जिसको भारत देश में सेंसेक्स (SENSEX) और निफ्टी (NIFTY) के नाम से हम जानते हैं जो सिर्फ तीस या पच्चास कंपनी का एक ग्रुप होता हैं लेकिन फिर भी यह इंडेक्स हमारे लिए बहुत जरूरी हैं जितना की एक नॉर्मल इंसान सोच भी नही सकता।
दोस्तो भारत देश में 5000+ कंपनियां रजिस्टर हैं स्टॉक मार्केट में इसलिए भारत की जो सबसे बड़ी 50 कंपनियां हैं उनका एक अलग ग्रुप बनाया गया हैं जिसको हम NIFTY कहते है।तो अगर आप इस इंडेक्स में इन्वेस्ट करते हो तो आप उन 50 कंपनी में एक साथ ही इन्वेस्ट कर देते हो और ये 50 कंपनी इतनी बड़ी हैं की ये बाकी के जितने कंपनी रजिस्टर हैं उनको मिलकर भी उनसे ये बड़ी हैं। इनका पूरा मार्केट कैप (Market Cap) 52% का है।मतलब बाकी के सारे कंपनियां एक तरफ और ये 50 कंपनी एक तरफ। अब क्युकी इन कंपनियां ने 52% मार्केट कैप रखा हैं तो हमे इसका इंडेक्स मार्केट की इनफॉर्मेशन देता हैं की मार्केट ने आज कैसा किया। लेकिन लंबे समय में हमे देश के इकोनॉमी के बारे में जानकारी मिलती हैं क्युकी जब ये निफ्टी 1995 में शुरू हुआ था तब इसमें ज्यादातर कंपनियां कोई और ही थी। इसकी लगभग 50 में से 40 कंपनी बदल चुकी हैं और ये बदलाव हर 6 महीने में खुद हो जाता हैं।
इसलिए यहा पर आपका परमानेंट कैपिटल लॉस होने का चांस काम हो जाता है क्युकी रियल एस्टेट (Real Estate) की तरह आप कोई एक प्रॉपर्टी में निवेश नहीं कर रहे हो बल्कि एक छोटे से अमाउंट से सारे कंपनी में एक साथ कई सारी कंपनी में निवेश कर रहे हो। अगर आपने इस इंडेक्स में 2003 में 1000 रुपए निवेश किए होते तो वो अब तक बढ़कर लगभग 14,500 हो चुका होता जो की 15.47% का कोपंडेड ग्रोथ रेट (CAGR) होता हैं जो एक अच्छा रेट हैं क्युकी इससे हिसाब से 10 लाख का इन्वेस्टमेंट 1.4 करोड़ का हो जाता है।और ये इंडेक्स लंबे समय में हमेशा इसी रेट के हिसाब से बढ़ता हैं और आपको इतना रिटर्न मिल जायेगा।
इंडेक्स फंड में निवेश करने का लाभ?Benfits Of Index Fund ,index fund investment
•लम्बे समय में Mutual fund के मुकाबले ज्यादा रिटर्न देती है ।
•बहुत ही कम exit charge हैं।
•पैसे डूबने का चिंता कम होती हैं।
दोस्तो अगर आप इंडेक्स फंड में निवेश करते हैं और अगर किसी कारण कोई कंपनी बंद भी हो जाए तो तुरंत वो कंपनी बदल जाती हैं क्युकी हमारे पास दूसरा इंडेक्स भी हैं जिसको हम निफ्टी नेक्स्ट 50 (NIFTY NEXT 50) के नाम से भी जानते हैं।जो निफ्टी के सबसे बड़े पच्चास कंपनी के बाद के सबसे बड़े 50 कंपनी हैं और अगर आप इसका CAGR देखोगे तो इसने उस से भी ज्यादा रिटर्न दिया है यहां 19 % का CAGR हैं।और एक फायदा ये भी हैं की इसका सारा रिटर्न बिना डिविडेंड (Dividend) का हैं। तो अगर आप इस इंडेक्स का कोई भी फंड चेक करोगे तो इसका लॉन्ग टर्म (long term) वैल्यू इसके आस पास का ही होगा।जैसा की आप ये ETF देख सकते हैं ये कोई रिकमेंडेशन नही हैं। सिर्फ सैंपल हैं।
यह ETF एकदम Mutual Fund की तरह होती हैं।बस आप इसमें रियल टाइम वैल्यू देख सकते हो क्युकी जैसे ही आप ETF खरीदते हो तो वो तुरंत आपके डीमैट अकाउंट में आजती है आपके मोबाइल एप के द्वारा किन्तु अगर आप म्यूचुअल फंड लेते हो तो वो 2 या 3 दिन का बाद होता हैं इस से अगर उसकी वैल्यू बढ़ गई तो आपको कम यूनिट्स मिलती हैं। हमेशा ETF में आपको Mutual Fund के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिलती हैं क्युकी उसका expense ratio बहुत कम होती हैं ।जो की एक बहुत बड़ा फर्क खरा कर देगा क्युकी लंबे समय में 1 या 2 % बहुत वैल्यू करती हैं|
इंडेक्स फंड vs म्यूचुअल फंड INDEX Fund VS MUTUAL FUND
दोस्तो लंबे समय के निवेश में 10 में से 9 म्यूचुअल फंड ,इंडेक्स फंड को हरा ही नही पाते ।दोस्तो म्यूचुअल फंड में प्रॉबलम यह होती हैं की जब आप इसमें निवेश करते हो तो आप ये देखोगे की पिछले 1 साल के समय में दूसरे वाले ने आपके वाले से अच्छा रिटर्न दिया या मार्केट क्रैश में आपका वाला ज्यादा नीचे चला गया तो बार बार( buy sell ) खरीद बिक्री करते रहोगे क्युकी हर महीने और हर साल के बेस्ट म्यूचुअल फंड के लिस्ट में कोई न कोई नया फंड ही दिखेगा। बेचते समय आपको एक exit fees भी देनी पड़ती हैं और एक कैपिटल गेन टैक्स भी भरना पड़ता हैं। और ऊपर से सबसे बड़ी प्रॉबलम ये हो जायेगी की आप उसको सांति से कंपाउंड नही होने दोगे।ज्यादातर लोग इसको बढ़ने नही देते हैं इसलिए वो कंपायंडिंग की जादू नहीं देख पाते।इंडेक्स फंड में आपको बहुत बेहतर रिटर्न मिल जाती है महंगाई (Inflation) को एडजस्ट करने के बाद भी।
और सबसे मजेदार चीज यह हैं की रियल एस्टेट की तरह आपको यहां पर एक साथ पैसे भरने की जरूरत नही हैं क्युकी मैक्सिमम लोगो के लिए रियल एस्टेट में प्रॉबलम वही होती है ।जब मार्केट क्रैश होता हैं या कोई बड़ा करेक्शन होता हैं तो आप वो टाइम पर और ज्यादा निवेश कर सकते हो जिस से लंबे समय में आपका रिटर्न और ज्यादा हो जाए।
Conclusion
दोस्तो आशा करता हूं की आपको अच्छा लगा होगा ये ब्लॉग जिसमे हमने index fund india के बारे में बात किया हैं और सब कुछ बड़े आसानी से समझ आ गया होगा।जितने आसानी से मैंने आपको बताया कि आप index fund से इतने ज्यादा रिटर्न पा सकते हो और ऊपर से आपको इसके लिए कोई mba ,ca या कोई फाइनेंशियल डिग्री की जरूरत नही पड़ी बस आपको थोड़ा फाइनेंशियल स्मार्ट होना होगा और और आप आसानी से कर सकेंगे बिना नॉन फाइनेंस बैकग्राउंड के भी।और दोस्तो अगर आप बिगिनर हो या स्टूडेंट हों तो मेरे हिसाब से आपको इंडेक्स से ही शुरुआत करनी चाहिए फिर आप धीरे धीरे स्टॉक मार्केट के बारे में सीखे और डायरेक्ट स्टॉक में भी निवेश करने लगे ।
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